
खांसी से राहत पाने का प्राकृतिक नुस्खा – पुरानी खांसी भी होगी जल्दी ठीक!
अगर आपको खांसी की शिकायत है, चाहे वो कुछ दिनों से हो या फिर बहुत पुरानी खांसी हो, तो आज मैं आपको एक बहुत ही असरदार और प्राकृतिक नुस्खा बताने जा रहा हूं। इस होम रेमेडी को अगर आप सही तरीके से इस्तेमाल करेंगे तो आपकी पुरानी से पुरानी खांसी भी जल्दी ठीक हो जाएगी।
यह नुस्खा सुखी खांसी और कफ वाली खांसी दोनों के लिए बेहद प्रभावी है। यदि आप बार-बार दवाइयां और सिरप ले-लेकर थक चुके हैं, तो यह नुस्खा जरूर ट्राई करें। मुझे यकीन है कि आपको इसके परिणाम बहुत अच्छे मिलेंगे।
यह नुस्खा न केवल बड़ों के लिए बल्कि बच्चों के लिए भी सुरक्षित है। इसे बनाने के लिए आपको पांच सामान्य चीजों की आवश्यकता होगी, जो आपके किचन में आसानी से मिल जाएंगी।
आपको चाहिए:
1. काली मिर्च (Black Pepper) – इसमें एक्सपेक्टोरेंट प्रॉपर्टीज होती हैं, जो आपके साइनस में जमा बलगम को पतला करके बाहर निकालने में मदद करती हैं। इससे आपके श्वसन तंत्र की सफाई होती है और खांसी में आराम मिलता है।
2. कला नामक (Black Salt) – यह खांसी को कम करने के साथ-साथ श्वसन नलियों को आराम देता है, जिससे सांस लेने में आसानी होती है।
3. अजवाइन (Carom Seeds) – यह आपके चेस्ट कंजेशन को ठीक करता है और खांसी-जुकाम में राहत देता है।
4. हरी इलायची (Cardamom) – इसमें बलगम को बाहर निकालने की प्रॉपर्टीज होती हैं और यह गले की सूजन को कम करती है।
5. अदरक (Ginger) – अदरक में एंटी-इन्फ्लेमेटरी प्रॉपर्टीज होती हैं, जो बलगम को साफ करने और श्वसन तंत्र की सूजन को कम करने में मदद करती हैं।
नुस्खा बनाने की विधि:
1/4 चम्मच काली मिर्च पाउडर
1/4 चम्मच कला नामक
1 चम्मच अजवाइन
4 चम्मच ताजा कसा हुआ अदरक
4-5 छोटी इलायची (बीज निकालकर)
इन सारी चीजों को अच्छे से मिला लें। अब 5 टेबल स्पून गुड़ लें और उसे नॉन-स्टिक कढ़ाई में थोड़ा पानी डालकर पिघलने दें। जब गुड़ पिघल जाए, उसमें सारे मिश्रण को डालें और 1-2 मिनट तक पकाएं। ध्यान रखें कि गुड़ जलने न पाए। इस मिश्रण को कांच की बोतल में भरकर रख लें।
सेवन विधि:
सुबह और रात को सोने से पहले आधा चम्मच इस मिश्रण का सेवन करें, हमेशा गर्म पानी के साथ।
इस मिश्रण को 3 से 7 दिन तक इस्तेमाल करें। पुरानी खांसी में आप इसे 21 दिन तक ले सकते हैं, इससे कोई नुकसान नहीं होगा।
सावधानियां:
ठंडी और खट्टी चीजों से बचें।
10 साल से ऊपर के बच्चों को आधे चम्मच की मात्रा दें।